लखनऊ जेल से रिहा हुए यूपी कांग्रेस अध्यक्ष अजय सिंह लल्लू , कहा- गरीबों के लिए एक हजार बार जाएंगे जेल
उत्तर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अजय कुमार सिंह को लखनऊ जिला कारागार से बुधवार देर रात लल्लू उच्च न्यायालय से मिली जमानत के आधार पर रिहा कर दिया गया है। जेल से बाहर आने पर, अजय सिंह लल्लू का कांग्रेस नेताओं और कार्यकर्ताओं ने जोरदार स्वागत किया। जेल से बाहर आते हुए, अजय सिंह ने कहा, अगर उन्हें गरीबों और वंचितों के लिए एक हजार बार जेल जाना पड़ा, तो वह तैयार हैं।
अजय सिंह ने कहा, अजय लल्लू गरीबों, मजदूरों और वंचितों के लिए एक हजार बार जेल जाने के लिए तैयार है। उत्तर प्रदेश सरकार तानाशाह बन गई है। आम आदमी, गरीब, मजदूर और युवाओं की सरकार को कोई चिंता नहीं है। सरकार केवल कुछ लोगों के लिए काम कर रही है। लॉकडाउन में, श्रमिकों को दर-दर की ठोकरें खानी पड़ीं। हजारों लोग मारे गए। भूखे प्यासे और बीमार लोगों की रेल, बसों, सड़कों और स्टेशनों पर मौत हो गई। सरकार ने न तो लोगों की मदद की और न ही हमें अनुमति दी
आपको बता दें कि आगरा में अजय सिंह लल्लू को पुलिस ने धारा 144 और लॉकडाउन का उल्लंघन करने के आरोप में गिरफ्तार किया था। उनके खिलाफ लखनऊ में धोखाधड़ी, जालसाजी और सरकार को गुमराह करने के आरोप में दूसरा मामला दर्ज किया गया था। यह मामला उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी के बीच 1000 बसें देने को लेकर हुई तनातनी के दौरान दर्ज किया गया था। आगरा में गिरफ्तारी के बाद लखनऊ पुलिस अजय सिंह लल्लू को लेकर गई थी। उन्हें न्यायालय के सामने पेश किया था। अदालत ने अजय सिंह को जेल भेज दिया था।
उनकी जमानत याचिका को भी अदालत ने खारिज कर दिया क्योंकि यह मामला गैर-जमानती धाराओं में दर्ज किया गया था। अजय सिंह लल्लू ने हाईकोर्ट से जमानत मांगी थी। जिस पर पिछले सप्ताह शुक्रवार को सुनवाई हुई थी। इसके बाद इस सप्ताह सोमवार को सुनवाई हुई।
सोमवार को इलाहाबाद हाईकोर्ट की लखनऊ बेंच ने अजय सिंह लल्लू को जमानत दे दी थी। हाईकोर्ट से मिली जमानत के आधार पर बुधवार की देर शाम अजय सिंह लल्लू को लखनऊ जिला कारागार से रिहा कर दिया गया है। अजय सिंह को 27 दिन जेल में रहना पड़ा है। इस दौरान कांग्रेस ने पूरे उत्तर प्रदेश में धरने, प्रदर्शन और मौन अनशन किए हैं .